नयी दिल्ली : मीडिया की मौजूदगी में Febi.ai की घोषणा की गयी जो बुक कीपिंग को एक नया आयाम देगी। डोमेन विशेषज्ञता वाले लोगों द्वारा निर्मित Febiai ने अपनी प्री-सीरीज़ ए फंडिंग को लुमिस पार्टनर्स, वीरेंद्र राणा (जेपी मॉर्गन, पूर्व-प्रबंध निदेशक-भुगतान), अमित चौधरी (सह-संस्थापक- लेंसकार्ट), पद्मजा रूपारेल तथा (सह-संस्थापक-आईएएन), रोहन भार्गव (सह-संस्थापक-कैशकरो), रजत जैन (अध्यक्ष फिनो पेमेंट्स बैंक) और अन्य उल्लेखनीय निवेशकों से 2 मिलियन अमेरिकी डॉलर की फंडिंग हासिल की है।
2022 में स्थापित, Febi.ai को चार्टर्ड अकाउंटेंहासिल की है।ट और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों की टीम के द्वारा बनाया गया है। अपनी एआई क्षमताओं के माध्यम से, यह मैन्युअल डेटा प्रविष्टि और लेखांकन करते समय मैन्युअल त्रुटियों को समाप्त करता है, और चालान का सत्यापन करत्ता है. दस्तावेजीकरण प्रबंधन को स्वचालित करता है, कर अनुपालन को स्वचालित करता है और संस्थापकों और उद्यमियों को उच्च आत्मविश्वास के साथ अच्छी तरह से सूचित निर्णय लेने के लिए वास्तविक समय की व्यावसायिक अंतहीष्ट प्रदान करता है।
Febi.ai का मतलब फाउंडर्स एंटरप्रेन्योर बुक्स इनोवेशन (FEBI) है। यह नाम कंपनी के वित्त उद्योग में नवाचार की मजबूत नींव और उसकी उद्यमशीलता की भावना को दर्शाता है। वे लेखांकन और कर अनुपालन प्लेटफार्मों को स्वचालित करने, ग्राहक अधिग्रहण में तेजी लाने और अपने कार्यबल का विस्तार करने के लिए अपनी कृत्रिम बुद्धिमत्ता क्षमताओं को और आगे बढ़ाने के लिए नई पूंजी का उपयोग करने की योजना बना रहे हैं।