दिल्ली : डॉ. बत्रा’ज़®, जो होम्योपैथिक क्लिनिक की सबसे बड़ी चेन है, ने आज दिल्ली में भारत के पहले और दुनिया के सबसे आधुनिक एक्सोसोम-बेस्ड टारगेटेड हेयर ट्रीटमेंट ‘एक्सोजेन’ की शुरुआत की है। यह ट्रीटमेंट पुरुषों और महिलाओं में आनुवांशिक कारणों से होने वाले बालों के झड़ने की समस्या को ठीक करने के लिए बनाया गया है। इस नए ट्रीटमेंट को शहर में एक प्रेस वार्ता के दौरान पेश किया गया, जिसमें बताया गया कि यह विशेष फॉर्मूला तीन महीनों के अंदर असर दिखाने के लिए चिकित्सकीय रूप से प्रमाणित है। यह नया ट्रीटमेंट बालों को फिर से उगाने और कोशिकाओं को पुनर्जीवित करने के लिए सबसे आधुनिक और प्रभावी समाधान है।
एक्सोजेन की एक्सोसोम थैरेपी बालों के झड़ने की समस्या का एक प्राकृतिक और आधुनिक तरीका है। यह बालों को फिर से उगाने के लिए विज्ञान और सुरक्षा का उन्नत समाधान पेश करती है। एक्सोसोम्स कोशिकाओं की अलग-अलग प्रक्रियाओं को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाते हैं, और यही इस ट्रीटमेंट का मुख्य आधार है। इस प्रक्रिया में सबसे पहले ग्रोथ फैक्टर से भरे एक्सोसोम्स को सिर की त्वचा के उन हिस्सों में छोड़ा जाता है जहां बालों की समस्या होती है। ये एक्सोसोम्स बालों की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं तक पहुंचकर उन्हें ठीक करते हैं। जब ये एक्सोसोम्स हेयर फॉलिकल्स में अवशोषित हो जाते हैं, तो वे स्टेम सेल्स को सक्रिय करके नई कोशिकाओं के बनने की प्रक्रिया को तेज करते हैं, जिससे बालों का झड़ना रुक जाता है और नए बाल उगने लगते हैं।
इस अवसर पर डॉ. बत्रा’ज़® हेल्थकेयर के वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक, डॉ. अक्षय बत्रा, जो द ट्राइकोलॉजिकल सोसायटी ऑफ लंदन (यूके) के पहले भारतीय प्रेसिडेंट भी हैं, ने कहा, “भारत में पुरुषों और महिलाओं के बीच बाल झड़ने की समस्या बढ़ती जा रही है। इससे लोगों को शर्मिंदगी, आत्मविश्वास की कमी और यहां तक कि डिप्रेशन का सामना करना पड़ता है। कुछ रिसर्च दिखाते हैं कि अब बाल झड़ने की समस्या 21 साल की उम्र में ही शुरू हो जाती है। वहीं, 50% पुरुषों और 22% महिलाओं को पैटर्न बाल्डनेस की समस्या होती है, जो चिंता का विषय है।