दो साल अन्तराल के बादमें 35वें सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले का आयोजन 19 मार्च से 4 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा। इस मेले का विषय-जम्मू और कश्मीर राज्य है, जिसमें मुख्य आकर्षण वैष्णो देवी मंदिर की प्रतिकृतियां, अमरनाथ मंदिर, कश्मीर के वास्तुकला से बना अपना घर,
मेला 1 से 15 फरवरी तक आयोजित किया जाता है, लेकिन इस बार मेले का आयोजन थोड़ा देरी से हो रहा है. यह 35वां सूरजकुंड मेला है, हाउस बोट का सजीव प्रदर्शन और मुबारक मंडी जम्मू का स्मारक द्वार होंगे। फरीदाबाद में पर्यटन सचिव अरविंद सिंह ने पत्रकारों से मेले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस मेले में विशेष रूप से भारत की हस्तशिल्प, हथकरघा और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विविधता भी देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि सूरजकुंड मेले में 30 से अधिक देश भाग लेंगे और विशेष भागीदारी उज्बेकिस्तान की रहेगी। श्री सिंह ने कहा कि पर्यटन विभाग मेले में देश भर के हजारों शिल्पकारों की कला और उनके उत्पादों को दर्शकों के लिए बाजार उपलब्ध कराने में सहयोग करेगा। यह मेला दोपहर साढे बारह बजे से रात साढ़े नौ बजे तक खुला रहेगा।