सऊदी अरब में एक महिला अधिकार कार्यकर्ता इसरा अल-घोमघम को मौत की सज़ा दी जा सकती है. सरकारी वकील ने कोर्ट से इसरा और चार अन्य कार्यकर्ताओं के लिए सज़ा-ए-मौत की मांग की है.

ह्यूमन राइट्स वॉच (एचआरडब्ल्यू) के मुताबिक इसरा पर अशांत कातिफ़ प्रांत में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में शामिल होने के आरोप लगाए गए हैं.

ये प्रदर्शन शिया समुदाय के ख़िलाफ़ होने वाले भेदभाव के विरोध में किए गए थे.

अगर कोर्ट सरकार के पक्ष में फ़ैसला सुनाती है तो इसरा अल-घोमघोम ऐसे पहली सऊदी महिला होंगी जिन्हें मानवाधिकारों से जुड़े मामलों से जुड़े होने के कारण मौत की सज़ा दी जाएगी.

एचआरडब्ल्यू का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो ये जेल में बंद अन्य महिला कार्यकर्ताओं के लिए ख़तरनाक नज़ीर बन जाएगा.

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