रामलीला, रामायण या रामचरितमानस जैसे प्राचीन हिंदू महाकाव्य पर आधारित राम के जीवन का एक नाटकीय लोक पुनर्मूल्यांकन है। दिल्ली की सबसे पुरानी समितियों में से एक लवकुश रामलीला समिति राजधानी के लाल किला मैदान में बरसों से रामलीला आयोजित कर रही है। इस साल भी 10 अक्टूबर से शुरू हुआ विश्व प्रसिद्ध लवकुश कमिटी की रामलीला अपने अंतिम दौर में पहुंच गई है, क्योंकि इसका समापन 21 अक्टूबर को होगा। इसी कड़ी में रामलीला के आठवें दिन की लीला में भगवान श्रीराम ने लंकाधिपति रावण के भाई कुंभकर्ण का वध कर दिया।

आठवें दिन की लीला में हनुमान के किरदार में विंदू दारा सिंह, राम के रोल में अंगद हसीजा, कुंभकर्ण की भूमिका में आकाशदीप, रावण के रोल में पुनीत इस्सर ने दमदार प्रदर्शन किया। वहीं, सीता की भूमिका में शिल्पा रायजादा, मेघनाथ के अवतार में राजा चौधरी, विभीषण की भूमिका में अवतार गिल, मंदोदरी के रोल में अमिता नांगिया, नारद के रोल में राजेश पुरी समेत सभी कलाकारों ने अपने आकर्षक प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। ऊपर से हाई-टेक साउंड इफेक्ट और ग्राफिक्स तो मानो केक पर चेरी जैसा साबित हुआ।

लवकुश रामलीला के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल हाई-टेक ध्वनि प्रभाव और ग्राफिक्स के साथ रामलीला मंचन के अलावा त्योहार की पूरी अवधि में उचित सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर भी पूरी तरह सतर्क हैं। बता दें कि 40 वर्ष पुरानी लवकुश रामलीला की शुरुआत 10 अक्टूबर से हुई है, जो 21 अक्टूबर तक चलेगी।

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