रॉयल सोसायटी ऑफ़ बायोलॉजी ने साल 2018 के ‘फ़ोटोग्राफ़र ऑफ़ द ईयर’ की घोषणा कर दी है.इस साल ये ख़िताब 17 साल के जैक ऑलिव को दिया गया है.चीते जैसी त्वचा वाली छिपकली की ऐसी तस्वीर जो आंखों की पुतलियां फैला दे, ठंड में पेड़ से झड़कर ज़मीन पर गिरे पत्तों की कलाकारी और उड़ती चिड़ियों की ऐसी तस्वीर जिसे देखकर आंखें ठहर जाएं.ये तस्वीरें रॉयल सोसायटी ऑफ़ बायोलॉजी के साल 2018 के ‘फ़ोटोग्राफ़र ऑफ़ द ईयर’ एंड ‘यंग फ़ोटोग्राफ़र ऑफ़ द ईयर’ प्रतियोगिता के लिए भेजी गई थीं

.इस बार इस प्रतियोगिता का विषय ‘पैटर्न इन नेचर’ रखा गया था. प्रकृति ने हर चीज़ को एक अलग रूप, एक अलग रंग और टेक्सचर दिया है.पत्तियों के कटान से लेकर, कीट-पतंगों के उभार, सरीसृपों की त्वचा की बनावट जैसी बारीक़-बारीक़ चीजों को इस प्रतियोगिता में जाँचा-परखा गया.

 

इसके बाद डेवॉन के 17 साल के ऑलिव को उनकी ‘लेपर्ड गेको’ वाली तस्वीर के लिए ‘फ़ोटोग्राफ़र ऑफ़ द ईयर’ के सम्मान से नवाज़ा गया.इसके अलावा विजेता तस्वीरों में शामिल रॉबर्ट ब्यूनो की इस तस्वीर ने भी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा.कनाडा के यूकोन वैला में पतझड़ के दौरान पत्तों पर से गुज़रे लारवा के निशान किसी अलंकार जैसे नज़र आ रहे थे. पीले-पीले पत्तों पर लारवा के निशान किसी घुमावदार सड़क जैसे दिख रहे थे.

ब्यूनो का कहना है कि पूरा जंगल इन पीले, रचनात्मक पत्तों से भरा पड़ा था. उन्हें देखकर लग रहा था कि मानों हम किसी दूसरी दुनिया में आ गए हों.इस प्रतियोगिता के लिए 12 तस्वीरों को शॉर्टलिस्ट किया गया था. इसमें 18 साल तक के लोग ही हिस्सा ले सकते थे.उनका कहना है कि ड्रैगन फ़्लाई के पंख अविश्वसनीय रूप से जटिल होते हैं लेकिन जब इन्हें बेहद क़रीब से देखता हूँ तो समझता हूँ कि ये दुनिया के सबसे अच्छे पैटर्न्स में से एक हैं

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