यह उचित नहीं लगता कि इसमें फिल्मी सितारा बुलाया जाए।
हम हर पार्टी के नेता को बुलाते हैं। हमारा निमंत्रण किसी विशेष पार्टी के नेता के लिए नहीं होता रामलीला एकमात्र ऐसा आयोजन है जहाँ इतने सारे नेता एक मंच पर आकर आनंद लेते हैं।
नई दिल्ली, बोल्ड न्यूज़ : एक तरफ जहाँ आये दिन होने वाले धार्मिक पर्वों में नाच गानों की संख्या बढ़ती जा रही है , राम लीला जैसे धार्मिक आयोजन में फिल्मी सितारों संख्या बढ़ती जा रही है इसके बावजूद दिल्ली की एक बहुत ही मशहूर राम लीला ऐसी भी जिसमें न तो किसी चरित्र को फिल्मी सितारे निभाते हैं और न ही उनकी भागीदारी होती है। लाल किले के मैदान पर आयोजित होने वाली सालों पुरानी श्री धार्मिक लीला को इस मामले में एक अलग स्थान प्राप्त है। यहां की रामलीला के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अतुल गुप्ता ने “बोल्ड न्यूज़” से बात करते हुए कहा कि यह हमारी चौथी पीढ़ी है जो इसका आयोजन कर रही है। हमारे बाप दादा ने इसमें बड़ी दिलचस्पी ली और अब मैं इसे पूरी ज़िम्मेदारी के साथ कर रहा हूँ। अतुल गुप्ता ने बताया कि 95 साल से इसका सफल आयोजन हो रहा है पांच साल बाद हम इसका सौ साला जश्न मनाएंगे।
उन्होंने ने बताया कि मेरी कोशिश होती है कि अधिक से अधिक लोग इस रामलीला में आएं और वह यहां से बहुत कुछ सीख कर जाएँ। उनके अनुसार यहाँ जो व्यवस्था आप देख रहे हैं वह इंद्रप्रस्थ वोलन्टीयर बोर्ड करती है। इस बोर्ड में जीवन के हर क्षेत्र के लोग शामिल हैं जो बड़ी जिम्मेदारी से अपना अपना काम करते हैं। एक विशेष बात अतुल गुप्ता ने यह बताई कि मुझे यह उचित नहीं लगता कि इसमें फिल्मी सितारा बुलाया जाए। उन्होंने कहा कि हम हर पार्टी के नेता को बुलाते हैं। हमारा निमंत्रण किसी विशेष पार्टी के नेता के लिए नहीं होता। उस समय जो भी नेता देश में अपना एक खास स्थान रखता है उसे हम बुलाते हैं। एक खास बात यह भी है कि यह एकमात्र ऐसा आयोजन है जहाँ इतने सारे नेता जो अलग अलग पार्टियों से होते हैं यहाँ आकर रामलीला का आनंद लेते हैं। अतुल गुप्ता चाहते हैं कि दिल्ली के लोग यहाँ ज़रूर आएं और कुछ न कुछ सीख कर जाएँ।